घर में तो हंसने पर पाबंदियां लगी हुई हैं। घर में तो हंसने पर पाबंदियां लगी हुई हैं।
जो जैसा है, वैसा उसे स्वीकार करो। दूसरों को बदलने की चेस्टा वर्थ है। जो जैसा है, वैसा उसे स्वीकार करो। दूसरों को बदलने की चेस्टा वर्थ है।
हँस बारिश और कीचड़ से परेशान गाना गा रहे थे हंसिनी के वापस आने के लिए पर उसके आते ही, हंस घर की सफाई ... हँस बारिश और कीचड़ से परेशान गाना गा रहे थे हंसिनी के वापस आने के लिए पर उसके आते...
हंस और कौवा कोई और नहीं ...हमारे ही चरित्र हैं । हंस और कौवा कोई और नहीं ...हमारे ही चरित्र हैं ।
हंसिनी उस कौए की दिलेरी तथा चतुराई की कायल हो गयी । हंसिनी उस कौए की दिलेरी तथा चतुराई की कायल हो गयी ।
हमारा रिश्ता माँ बेटी से अधिक मित्र का रहा है ! हमारा रिश्ता माँ बेटी से अधिक मित्र का रहा है !